Thursday, August 5, 2010

हम रहे या ना रहे, वतन मेरा जिन्दा रहे!!

वतन ही वतन अब राहों में हैं,
वतन ही वतन अब निगाहों में हैं,
वतन के सिवा और कुछ भी नहीं,
के वतन की ही हम बाहों में हैं,
के कलम ने आगाज़ किया की लिख ले कुछ ऐसा,
के आज फिर हम खुदा की पनाहों में हैं!!

हम रहे या ना रहे,
वतन मेरा जिन्दा रहे!!

कुछ हवा यू चली और बोली,
की वक़्त है फिर वही ,
आज़ादी की सांस लेता,
आसमा और जमीं,
देख नन्हे पैरों में जंजीरे नहीं,
ढलते पथ की जो धुल थी वो छट चली,
अंधियारे में चले थे लेके दिल में विस्वास ये,
एक दिन तो बदलेगा आसमा,
होगी अपनी सारी ये जमी,
के खुद ब खुद निकलने लगी बुझे दिए से रौशनी,
के फिर वही है आसमा फिर वही है जमीं,
वक़्त के हाथो ना लुटने देंगे तोड़ेंगे ज़ंजीरो को,
वतन के लिए बदल देंगे तकदीरों को,
के जब तक सांस जिस्म में है,
वतन के लिए लड़ते रहे!!

हम रहे या ना रहे,
वतन मेरा जिन्दा रहे........

2 comments:

  1. SARFAROSHI KI TAMNNA AB HAMARE DIL MAIN HAI,
    DEKHNA HAI JOR KITNA BAJOO-A-KATIL MAIN HAI.
    Happy Independence Day!

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  2. NEVER FORGET THE HEROES WHO SCARIFIED THEIR LIFE'S TO BRING UP THIS GLORIOUS DAY TO INDIA..
    HAPPY INDEPENDENCE DAY

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