मेरी हर नब्ज़ हर सांस मैं रवां जिन्दगी का काफिला!
के दिल की इस गली से चला फिर लिखने का सिलसिला,
के यू तो मंजिले बहुत थी मगर कारवां न मिला,
की एक खुशी की तलाश में फिर किया लिखने का फैसला!
अपनों को समझ पाने की खता है,
या अपनों को रुलाने की ख़ता है,
सच कहू अब इस दिल मैं बस धुआ ही धुआं है!!
किया क्या मैने गुनाह है,
जो दर्द मुझको मिला है,
अब न कोई सिकवा गिला है,
जो भी मिला अपनों से मिला है!!
जर्रा जर्रा मजहब में बटा है,
ना कोई मंजिल है मेरी
ना कोई सपना है,
जिन्दगी ने भी जैसे रास्ता अपना चुन लिया है!!!
aaj main aap se apne dil ki bat kahna chahta hun
ReplyDeletehan wohi 3 alfaz jo aap sunna chahen
han wo hi 3 alfaz jo aap k dil ko chulen
***HAPPY INDEPENDENCE DAY***
Independence a Precious gift of God.
ReplyDeleteMay We Always Remain Independent
A Very Happy Independence Day To all Indians.